tag:blogger.com,1999:blog-6089124812190796834.post7032501786798462432..comments2023-09-30T13:10:16.090+05:30Comments on विमर्श : नए दौर का: जैसो बंधन प्रेम कौ, तैसो बंध न औरDr. Aditya Kumar Shuklahttp://www.blogger.com/profile/01580861073695881151noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6089124812190796834.post-47443762358834180042012-03-20T12:18:14.827+05:302012-03-20T12:18:14.827+05:30आभार, साधुवादआभार, साधुवादDr. Aditya Kumar Shuklahttps://www.blogger.com/profile/01580861073695881151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6089124812190796834.post-85688918908401334742012-03-20T09:34:49.336+05:302012-03-20T09:34:49.336+05:30"वैश्वीकरण की संस्कृति ने ‘प्रेम‘ को हृदय से ..."वैश्वीकरण की संस्कृति ने ‘प्रेम‘ को हृदय से निकालकर चैाराहे पर ला पटका और प्रेम गमले में उगने वाले उस पौधे सा गया, जिसे गिफ्टस, डेटिंग, कामना और वासना के पानी से प्रतिपल सींचना पड़ता है|" बहुत खूब कही है आपने| आज आप किसी छोटे शहरों से लेकर बड़े नगरों तक हर नुक्कड़ पर प्रेम की सार्वजनिक प्रदर्शनी देख सकते हैं |godpanrupeshhttps://www.blogger.com/profile/13822251241544533225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6089124812190796834.post-41831819049032283662012-02-14T12:42:06.842+05:302012-02-14T12:42:06.842+05:30धन्यवाद सर हमारे ब्लॉग पर आने के लिए। आभारधन्यवाद सर हमारे ब्लॉग पर आने के लिए। आभारDr. Aditya Kumar Shuklahttps://www.blogger.com/profile/01580861073695881151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6089124812190796834.post-87278593304586439702012-02-14T11:16:30.423+05:302012-02-14T11:16:30.423+05:30प्रेम की महिमा तो अपरंपार है
इंसान इस पार है
प्र...प्रेम की महिमा तो अपरंपार है<br /><br />इंसान इस पार है <br />प्रेम उस पार है<br /><br />जिस पार मन का संसार है।नुक्कड़https://www.blogger.com/profile/00641159955741972638noreply@blogger.com