विमर्श : नए दौर का
सामयिक मुद्दों पर विमर्श करता ब्लॉग
सितंबर 14, 2016
रेडियो के रथ पर सवार
वाणी वो बाण है, जिसे चतुराई से इस्तेमाल किया जाए तो, यह बिना घाव किए, बड़े से बड़े युद्ध फतह करवा देती है। यही काम अब हमारी आकाशवाणी को करना है।
1 टिप्पणी:
Unknown
शनिवार, 24 सितंबर 2016 को 8:44:00 pm IST बजे
its nice sir
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
its nice sir
जवाब देंहटाएं